New Education Policy
राम आसरे के पिताजी को न्यू एजुकेशन पॉलिसी में "न्यू" से घोर आपत्ति है। इस न्यू में उन्हें सत्ता पक्ष की गहरी चाल दिखाई देती है।राम आसरे के पिताजी का मानना है कि जिस प्रकार 1991 में नई आर्थिक नीति बनी और वह आज भी नई ही बनी हुई है,उसी प्रकार कहीं यह नई शिक्षा नीति भी चिरकालिक नई न बन जाय।
उधर राम आसरे नई शिक्षा नीति में एंट्री और एग्जिट को अधिक सुगम बनाए जाने से अत्यंत प्रसन्न हैं।जो पढ़ाई उन्हें नहीं छोड़ पा रही थी,उसे छोड़ने का अवसर नई शिक्षा नीति ने इन्हें प्रदान कर दिया था।इसे वे अपने दोस्तों के साथ सामूहिक रूप से मय मदिरा के एन्जॉय कर रहे थे।मदिरा के सहारे मैत्री भाव के पराकाष्ठा पर पहुंचकर निहोर ने राम आसरे के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा,"यार रामू अगर नई शिक्षा नीति में ग्यारहवीं के बाद एग्जिट करने पर भी प्रमाणपत्र की व्यवस्था होती तो कितना अच्छा होता।"पीने के बाद नीहोर किसी को भी खुद से तथा अपने नाम से बड़ा नहीं होने देता था, इसीलिए राम आसरे रामू हो गया था।
यह सुनकर राम आसरे का नशा एकदम से उतर गया।राम आसरे दो साल से इंटर नहीं पास कर पा रहे थे।नई शिक्षा नीति से राम आसरे ठगा सा महसूस कर रहा था।
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