रविवार, 20 अक्टूबर 2019

जन्मदिन...

        जन्मदिन को हम स्वयं के दुनिया में आने के प्रतीक के रूप में मनाते हैं।यह प्रत्येक वर्ष मनाया जाने वाला व्यक्तिगत पर्व है,परंतु कुछ कर्मशील मानवता को इतना प्रभावित करते हैं कि यह व्यक्तिगत पर्व सार्वजनिक हो जाता है।
        महापुरुषों का जन्मदिन इसलिए मनाया जाता है कि हम उनके जीवन की उपलब्धियों को याद कर सकें और उसे अपने जीवन में अवतरित कर सकें।चाहे महिला हो या पुरुष,जब वह सामान्य मानव से महामानव बन जाता है तो उसे महापुरुष की संज्ञा दी जाती है।शक्ति एवं श्रेष्ठता का मतलब पुरूष, यही कारण है कि "महामहिला" शब्द को महापुरुष में ही समाहित कर दिया गया।
       व्यक्तिगत रूप से जन्मदिन मनाने का उद्देश्य भिन्न भिन्न हैं।कुछ लोग तो इसलिए मनाते हैं कि यह परंपरा के रूप में विकसित हो गया है तथा मृत्युभोज,प्रीतिभोज,बहूभोज की तरह सामाजिक कर्तव्यों में सामिल हो गया है।समाज में रहना है तो मर-जीकर इस परंपरा का निर्वहन करना है।
       दोस्तों में तो इसे मौज मस्ती और दावत उड़ाने के अवसर के रूप में देखा जाता है।यहां जन्मदिन की पार्टी  देनेवाला नहीं अपितु पार्टी लेने वाला ज्यादा सक्रिय होता है।कभी कभी तो पार्टी लेनेवाला ही दोस्ती और मौजमस्ती के नाम पर पार्टी दे देता है।
      ऑफिस में भी "बर्थडे" मनाने का नया चलन शुरू हुआ है जो विशुद्ध रूप से व्यावसायिक होता है तथा अक्सर उच्च पदस्थ लोंगो का ही मनाया जाता है।यहां का माहौल एकदम औपचारिक होता है,हंशी आती नही है बस मुस्कुराया जाता है।
        राजनीति में भी इसका बड़ा महत्व है।अपने पार्टी के नेताओं का जन्मदिन अद्वितीय महान व्यक्ति के रूप में मनाया जाता है।इसके माध्यम से अपनी राजनीतिक विचारधारा को प्रचारित प्रसारित करने का सोद्देश्य काम किया जाता है।इस दिशा में कुछ अग्रणी नेता जो तथाकथित महान कार्य करके महिला होते हुए भी महापुरुष की श्रेणी में आ गए अपने जन्मदिन को धनसंचय का माध्यम बना लिया।
       जन्मदिन का धार्मिक आधार यह है कि जो जीवन हम सफलता पूर्वक जी आये,इस दिन उस परमपिता को आभार प्रकट करें तथा शेष जीवन के लिए इस दिन परमपिता से आशीर्वाद प्राप्त करें।
       आध्यात्मिक रूप से जन्मदिन मनाने का महात्म्य यह है कि हम परमपिता से अलग होकर संसार में भटक रहे हैं,इसदिन खुस होते हैं कि प्रभु आपसे बिछड़ने के एक वर्ष और कम हो गए।अब वह समय निकट आ रहा है जब हमारा मिलन होगा।
      जन्मदिन संकल्प का दिन भी होता है जब हम जीवन के लक्ष्य के प्रति स्वयं को संकल्पित करते हैं तथा बड़े उद्देश्य के प्रति स्वयं को ऊर्जा से भरते हैं।
        

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