सोमवार, 20 जनवरी 2020

नगरीकरण की समस्या

प्रश्न-   भारत में नगरीकरण की प्रमुख समस्याएं क्या हैं?

उत्तर-   भारत गांवों में बसता है,ऐसा सामान्य कथन भारत के संदर्भ में किया जाता रहा है।यह इसलिए क्योंकि भारत की अधिकांश जनसंख्या गांव में बसती है। आज भी देश का शहरीकरण मात्र   31.16 प्रतिशत है, जिसका अभिप्राय है कि भारत की  68.84 प्रतिशत जनसंख्या आज भी गांव में निवास करती है।परंतु,विगत दशकों में भारत के नगरीकरण में वृद्धि देखी गई है।बढ़ते नगरीकरण से जहां सुख-सुविधाओं में वृद्धि हुई है,वहीं नगरीकरण से कई मनोसमाजार्थिक समस्याएं भी उत्पन्न हुई है।
          शहरों में स्वास्थ्य शिक्षा एवं रोजगार की संभावनाएं गांव से बेहतर हैं जिसके आकर्षण प्रभाव के कारण गांव से शहरों की ओर पलायन होता है। गांव में आधारभूत संरचना की कमी से उत्पन्न प्रतिकर्षण प्रभाव के कारण भी गांव से शहरों की ओर पलायन देखा जाता है। इन सब के संयुक्त प्रभाव के कारण शहरों की जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है जिसके कारण शहरों में कई प्रकार की मनोसामाजिक, आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हुई हैं ।यह समस्याएं निम्न हैं -
१-शहरों के अनियोजित विकास के कारण पर्यावरण का संकट उत्पन्न हुआ है। प्रदूषण शहरों की एक प्रमुख समस्या है,जिसके कारण स्वास्थ्यगत समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं।
२-रोजगार की चाहत में गांव से लोग शहर की ओर आ जाते हैं,परंतु सभी लोगों को रोजगार नहीं दिया जा सकता। रोजगार नहीं प्राप्त कर पाने की स्थिति तथा घर से लंबे समय से दूर रहने के कारण यह लोग कई प्रकार की असामाजिक गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं , जो कानून व्यवस्था के लिए समस्या उत्पन्न करते हैं।
३-बढ़ते वाहनों से ट्रैफिक की समस्या शहरों की आम समस्या हो गई है ।दिल्ली का उदाहरण हमें पता है। चौड़ी सड़कों के बावजूद ट्रैफिक की समस्या झेलनी पड़ती है, जिससे समय एवं संसाधन दोनों की बर्बादी होती है।
४-अनियोजित विकास एवं सीवर की अपर्याप्त व्यवस्था के कारण थोड़ी वर्षा से ही शहर में बाढ़ की समस्या आ जाती है। कई बार यह बाढ़ जनधन की ढेर सारी बर्बादी करता है।
५-शहर में या शहरों के आसपास बढ़ता उद्योगी करण कई प्रकार के पर्यावरण प्रदूषण उत्पन्न करता है। उद्योगों से निकला हुआ कच्चा पदार्थ जमीन के अंदर अवैज्ञानिक ढंग से निक्षेपित कर दिया जाता है जो जल प्रदूषण का कारण बनता है। पंजाब और हरियाणा में उद्योगों से निकले अपशिष्ट को जमीन के अंदर बिना परिशोधित किए डाल दिया जाता था जिससे जल प्रदूषण की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस तरह के जल प्रदूषण से कैंसर जनित रोगों में तेजी से वृद्धि हुई है।
५-शहरी जीवन से लोगों की आदतों,जीवनशैली तथा उपभोग पैटर्न में व्यापक परिवर्तन हुआ है। इस बदलाव से हमारा समायोजन नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण जीवनशैली से जुड़ी तमाम प्रकार की बीमारियां लोगों को हो रही हैं ।अवसाद की स्थिति में लोगों के आपसी संबंध भी प्रभावित हो रहे हैं तथा आय का अधिकांश हिस्सा चिकित्सा पर खर्च किया जा रहा है।
        शहरीकरण से उपजी उपर्युक्त समस्याओं के कारण ही विकसित देशों में पलायन का स्वरूप बदला है तथा अब लोग शहरों से गांव की ओर स्थानांतरित होने लगे हैं। नियोजित विकास तथा त्याग पूर्वक उपभोग से उपर्युक्त समस्याओं को कम किया जा सकता है। गांव की आधारभूत संरचना का विकास करके पलायन को रोका जा सकता है। ऐसा करके ही हम शहरीकरण की समस्या से निजात पा सकते हैं।

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