पतंग जिसे हम डोर के सहारे उड़ाते हैं....कभी गौर करिये,हमारे द्वारा ही यह भी तय कर दिया जाता है कि वह कितना ऊँचा उड़ेगा।उड़ाते भी हैं हम और उसे और ऊँचा उड़ने से रोकते भी हैं।
शनिवार, 12 अक्टूबर 2019
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👌👌👌
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जवाब देंहटाएंसही है।
जवाब देंहटाएंOf course....👍
जवाब देंहटाएंसंतुलित जीवन के डोर की बानगी! ब्लॉग की दुनिया में स्वागत।
जवाब देंहटाएंKati patang ke udan ka
जवाब देंहटाएंnirdharan kaise hoga
सच्चाई यही है! बहुत खूब मामा!
जवाब देंहटाएंइस पर एक और बात मुझे याद आई मामा, "कटी पतंग की डोर मेरे घर के जानिब थी मगर उसे भी लूट लिया बड़े हाथ वालों ने!
जवाब देंहटाएं🙏
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएं👌👌
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